डिप्रेशन का दूध से है गहरा कनेक्शन, इन चीजों से भी मिल सकता है तनाव से छुटकारा

तेजी से भागती दौड़ती दुनिया में डिप्रेशन और एंजाइटी तेजी से अपने पैर पसार रहे हैं. कामकाज का तनाव,रिश्तों का तनाव हो या कंपटीशन का तनाव, इन सभी चीजों का असर सीधा मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. यही कारण है कि डॉक्टर फिजिकल फिटनेस के साथ साथ मेंटल फिटनेस पर भी फोकस करने की सलाह देते हैं. मेंटल फिटनेस की बात की जाए तो आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव करके डिप्रेशन और तनाव से छुटकारा पा सकते हैं. ऐसे में हाल ही में कराए गए कुछ अध्ययन कहते हैं कि डिप्रेशन और तनाव जैसी समस्याओं से बचना है तो डाइट में दूध को एड करने से फायदा मिलता है. चलिए जानते हैं कि दूध पीने से तनाव दूर होने का क्या कनेक्शन है.

डिप्रेशन में दूध पीना कितना फायदेमंद  
हाल ही में इस संबंध में हुई एक स्टडी में कहा गया है कि तनाव या डिप्रेशन को दूर रखने के लिए विटामिन डी युक्त डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन लाभ करता है. डेयरी प्रोडक्टस में पाए जाने वाले पोषक तत्व मेंटल डिसऑर्डर को दूर रखने में सहायक होते हैं. इसके साथ ही शरीर में विटामिन डी की कमी से मेंटल फिटनेस पर बुरा असर पड़ता है. ऐसे में अगर शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी की खुराक दी जाए तो मेंटल इलनेस जैसे तनाव, डिप्रेशन, एंजाइटी आदि में लाभ मिलता है. देखा जाए तो दूध सीथा डिप्रेशन पर असर नहीं करता, लेकिन इसके अंदर पाया जाने वाला विटामिन डी डिप्रेशन के जोखिमों को दूर करने में मददगार साबित होता है.

गाजर खाने से भी होगा फायदा  
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि केवल दूध ही नहीं गाजर के सेवन से भी डिप्रेशन के लक्षणों में कमी आती है. गाजर में पाया जाने वाला बीटा कैरोटीन अवसाद में फायदा करता है और इससे मेंटल फिटनेस भी अच्छी होती है.

हरी पत्तेदार सब्जियां भी करती हैं लाभ
हरी पत्तेदार सब्जियों में पाया जाने वाला फोलेट डिप्रेशन से बचाने में सहायक साबित होता है. इन सब्जियों में पाए जाने वाले पोषक तत्व तनाव और मेंटल इलनेस को दूर करते हैं. इसलिए रोज डाइट में एक ना एक हरी और पत्तेदार सब्जी जरूर शामिल करनी चाहिए.

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