अनियमितता के आरोप साबित होने पर पुरोला नपं अध्यक्ष को पद से हटाया

देहरादून। शहरी विकास विभाग ने पुरोला नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी को पद से हटा दिया है। विभागीय जांच में उन पर वित्तीय अनियमितता के आरोप साबित हुए हैं। अपर सचिव शहरी विकास नवनीत पांडेय की ओर से नेगी को पद से हटाने के साथ ही वहां अध्यक्ष का पद रिक्त घोषित कर दिया गया है।

हरिमोहन नेगी के खिलाफ स्थानीय सभासदों ने मोर्चा खोला हुआ था। शिकायतों के बाद जिलाधिकारी उत्तरकाशी ने गत वर्ष जुलाई में प्रारंभिक जांच रिपोर्ट शासन को भेजी थी, जिस पर शासन ने हरिमोहन नेगी का भी पक्ष लिया था। नेगी ने इन सभी आरोपों को नकार दिया था, इसके बाद निदेशालय स्तर पर मामले की जांच के बाद अब विभाग ने उन्हें पद से हटा दिया है। पिछले सप्ताह ही रुड़की नगर निगम के मेयर गौरव गोयल को भी ऐसे ही आरोपों के बाद पद से हटा दिया था। वहीं, उत्तरकाशी के जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण के खिलाफ भी जांच चल रही है।

सभासदों ने लगाए थे आरोप: सभासदों ने नेगी पर राज्य वित्त, 15वां वित्त आयोग और अवस्थापना विकास निधि के कार्यां में अनियमितता के साथ ही कई मामलों में अधिक भुगतान के आरोप लगाए थे। इसके साथ ही उन पर 14 दिसंबर 2020 को आयोजित बोर्ड बैठक के प्रस्तावों में कटिंग – ओवर राइटिंग करने के भी आरोप लगे थे। हालांकि नेगी ने बताया कि मूल प्रस्ताव लिखने वाले कार्मिक की गलती से यह कांट छांट की गई थी। जिलाधिकारी की जांच में कहा गया कि नगर पंचायत में कोविड के दौरान 26.25 लाख की सामग्री क्रय की गई लेकिन रिकॉर्ड में इसका कोई विवरण उपलब्ध नहीं है। इसी तरह उन पर नियम विरुद्ध आउटसोर्स के जरिए चार कार्मिकों की नियुक्ति का भी आरोप था। सभासदों ने आरोप लगाया था कि नेगी निजी वाहनों में तेल भरवा कर उसका इस्तेमाल रिश्तेदारों की शादियों और राजनैतिक कार्य के लिए करते हैं, जबकि इसका बिल पालिका के नाम काटा जाता है।

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