जंगली मशरुम खाने से महिला सहित 8नेपाली मजदूरों की तबीयत बिगड़ी

नई टिहरी। देवप्रयाग की ग्राम पंचायत क्विली के सिलोड़ गांव में जंगली मशरूम खाने से एक महिला सहित आठ नेपाली मजदूरों की तबीयत खराब हो गई। गांव में प्राथमिक उपचार के बाद सभी मजदूरों को सीएचसी पिलखी में भर्ती कराया गया है। मजदूर गांव में जल जीवन मिशन में काम कर रहे हैं। देवप्रयाग ब्लॉक के सिलोड़ गांव में बगवान हिंडोलाखाल पंपिंग योजना में काम कर रहे एक महिला सहित आठ नेपाली मजदूरों ने शुक्रवार रात को जंगली मशरूम खा लिये, जिसको खाने के बाद सभी को उल्टी दस्त शुरू हो गए और वह बेसुध हो गए। उनके साथी अन्य मजदूरों ने इसकी सूचना पूर्व प्रधान राजेश्वर बडोनी को दी। पूर्व प्रधान को सभी नेपाली मजदूरों के अपने निवास पर बेसुध पड़े नजर आये। पूर्व प्रधान ने तत्काल निकट कांडीखाल स्थित निजी क्लिनिक से डॉक्टर को बुलाकर मजदूरों का उपचार शुरू करवाया, काफी कोशिश के बाद मजदूर होश में आये, उपचार से मजदूरों की स्थिति रात में कुछ संभल गई। लेकिन शनिवार तड़के उन्हें फिर से उल्टी दस्त शुरू हो गए और उनकी तबीयत बिगड़ गई। आनन फानन में एंबुलेस बुलाकर सभी को करीब 26 किमी दूर सीएचसी पिलखी में भर्ती कराया गया। भर्ती होने वालों में सुषमा व उनका पति केशव बहादुर, प्रेम बहादुर, शिव बहादुर,अवतारी, भीम बहादुर, घनश्याम, दीपक कुमार शामिल हैं। बताया कि सीएचसी की डाक्टर उषा भट्ट की निगरानी में मजदूरों का उपचार चल रहा है। सूचना पर राजस्व उप निरीक्षक संदीप शाह मौके पर पहुंचे। एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पंत ने बताया कि जहरीली मशरूम खाने से तबीयत बिगड़ने सभी मजदूरों को उपचार हेतु सीएचसी पिलखी में भर्ती कराया गया है। ग्राम प्रधान तनुजा बडोनी ने बताया घटना की सूचना के बाबजूद ठेकेदार प्रीतराम नौटियाल मौके पर नहीं पहुंचे, जिससे ग्रामीणों में गहरा रोष बना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *