पुलिस का बड़ा एक्शन, दुबई में बैठकर गैंग चला रहे गैंगस्टर प्रिंस खान के मददगारों के फ्रीज किए 62 बैंक अकाउंट

धनबाद। दुबई में बैठे वासेपुर के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर प्रिंस खान को धनबाद कोयलांचल में उसके गिरोह के जरिए उगाही जाने वाली रंगदारी की रकम वहां की करेंसी दिरहम में एक्सचेंज होकर मिल जाती है। पुलिस ने करेंसी एक्सचेंज के लिए भारत में परोक्ष रूप से इस्तेमाल किए जा रहे 62 बैंक अकाउंट्स को चिन्हित करते हुए उन्हें फ्रीज करा दिया है। पुलिस ने ऐसे सभी बैंक अकाउंट धारकों को नोटिस भेजकर उनके खातों में आई रकम के बारे में पूछा है।

ये अकाउंट्स बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य कई प्रांतों के लोगों के हैं। दरअसल होता यह है कि दुबई में रह रहे लोगों से प्रिंस खान दिरहम में रकम ले लेता है और उसके बदले उनके परिवार वालों या करीबियों के भारत में स्थित बैंक अकाउंट्स में रुपए डलवा देता है। धनबाद के बैंक मोड़ थाने की पुलिस ने बैंक अकाउंट्स में 273 संदिग्ध ट्रांजैक्शन का पता लगाया है।

पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि प्रिंस खान के गुर्गों ने दिरहम के बदले जिन 62 अकाउंट्स में रकम ट्रांसफर कराई है, उनमें सबसे ज्यादा 24 बैंक अकाउंट्स यूपी के हैं। इसी तरह बिहार के नौ, झारखंड के आठ, महाराष्ट्र के छह, केरल के तीन, बंगाल के दो और छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु एवं एमपी के एक-एक बैंक अकाउंट्स चिह्नित किए गए हैं। इन सभी अकाउंट्स को फ्रीज करा दिया गया है।

बता दें कि वासेपुर का गैंगस्टर प्रिंस खान पिछले साल धनबाद में फर्जी पासपोर्ट बनवाकर खाड़ी देश भाग गया था। अब वह दुबई से अपना गैंग ऑपरेट कर रहा है। उसके गुर्गे धनबाद कोयलांचल में मर्डर, फायरिंग, बमबारी, थ्रेट कॉल की घटनाएं अंजाम देकर लगातार रंगदारी की उगाही कर रहे हैं। वह वीडियो मेसेज जारी कर कारोबारियों को धमकाता है।

आलम यह है कि उसके खौफ से धनबाद के कई बिजनेसमैन अपना कारोबार समेट रहे हैं। पुलिस ने हाल के दिनों में उसके 15 से ज्यादा गुर्गों को गिरफ्तार किया है, लेकिन इसके बावजूद उसने गैंग ने बीते तीन महीनों में एक दर्जन से ज्यादा फायरिंग और बमबारी की घटनाएं अंजाम देकर दहशत फैलाई है।

उसने कई हत्याएं भी कराई हैं और इसके बाद वारदात की जिम्मेदारी भी ली है। प्रिंस की गिरफ्तारी के लिए भारत की जांच एजेंसियों के आग्रह पर इंटरपोल ने रेड और ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है।

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