एक अक्तूबर को पुरानी पेंशन बहाली के लिए मनाएंगे काला दिवस

पौड़ी। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा द्वारा नई पेंशन व्यवस्था के विरोध में एक अक्तूबर को काला दिवस मनाया जाएगा। मोर्चा की बैठक में काला दिवस को मनाए जाने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।

बैठक में मोर्चा के जिला अध्यक्ष भवान सिंह नेगी ने कहा कि उत्तराखंड में 1 अक्तूबर 2005 से नई पेंशन व्यवस्था लागू होने के विरोध में एक को काला दिवस मनाया जाएगा। प्रांतीय नेतृत्व के आवाह्न पर इस वर्ष पूर्व की भांति ही कार्यक्रम के साथ-साथ मुख्यमंत्री आवास घेराव एवं एनपीएस की प्रतियां जलाने का कार्यक्रम भी रखा गया था।

इस कार्यक्रम को संशोधित करते हुए प्रांतीय कार्यकारिणी ने मुख्यमंत्री आवास घेराव को स्थगित करते हुए अन्य कार्यक्रमों को यथावत रखा है। कहा कि एक को जिला मुख्यालय में सभी कर्मचारी कलक्ट्रेट भवन के पास हेमंती नंदन बहुगुणा की मूर्ति के सम्मुख एकत्र होकर नई पेंशन व्यवस्था का विरोध करेंगे और एनपीएस की प्रतियां जलाएंगे। साथ ही साथ रात्रि को एक घंटे तक अपने घरों की लाइट बंद रखेंगे। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में जिला मुख्यालय में पहुंचकर इस व्यवस्था का विरोध करते हुए अपनी आवाज को राज्य सरकार तक पहुंचाएं और यह अहसास कराएं कि कर्मचारी आज पुरानी पेंशन लेकर ही दम लेंगे।

मोर्चा के नगर अध्यक्ष प्रवीण घाघड़ ने कहा कि यह कर्मचारी का हक है और इसे लेकर ही कर्मचारी अपने भविष्य को सुरक्षित समझ सकते हैं। मोर्चा के मण्डल संरक्षक जसपाल सिंह रावत ने अपने बुढ़ापे के सहारे के लिए सभी कर्मचारियों से एकजुट होने का आह्वान किया। तहसील प्रभारी संग्राम सिंह नेगी और जनपद संयोजक संतोष खंडूड़ी ने कहा कि आज नई पेंशन योजना से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता डा. कमलेश कुमार मिश्रा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी यह जायज मांग पूरी नहीं की जाती है तो कर्मचारी वोट के माध्यम से अपना फैसला सुनाएंगे।

इस अवसर पर मनोज काला, मनोज डंडरियाल, प्रेम चंद ध्यानी, नरेन्द्र रावत आदि शामिल थे।

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